tag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post1466780231755103237..comments2023-10-25T17:18:11.112+05:30Comments on शब्दकार: कृष्ण कुमार यादव की कहानी - शरीफ बदमाशशब्दकार-डॉo कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttp://www.blogger.com/profile/12857188651209037475noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-8600002729093026642010-12-09T14:32:14.277+05:302010-12-09T14:32:14.277+05:30आपकी कहानी निकम्मी पुलिस, संवेदनाहीन समाज और बेसुध...आपकी कहानी निकम्मी पुलिस, संवेदनाहीन समाज और बेसुध प्रशासन पर उचित व्यंग है और कानून तथा व्यवस्था को मानने वाले भले लोगों की दुर्दशा को इगित करता है। धन्यवाद क़ृष्ण कुमार जीप्रमोद कुमार, इंडियन रिवेन्यू सर्विसnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-85878870145867530432009-03-07T17:17:00.000+05:302009-03-07T17:17:00.000+05:30अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ढेरों शुभकामनायें !!अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ढेरों शुभकामनायें !!हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-49812163322339424792009-03-05T04:49:00.000+05:302009-03-05T04:49:00.000+05:30kahte hain dil se nikli baat dil tak jati hai, aap...kahte hain dil se nikli baat dil tak jati hai, aapki is kahani me bhi aisa kuchh hai jo logon e dilon tak asar kar raha hai. bahut bahut badhai.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-24509321552599890232009-03-04T13:09:00.000+05:302009-03-04T13:09:00.000+05:30कहानीकार के अन्तर्मन की वेदना और संवदेनशील वैचारिक...कहानीकार के अन्तर्मन की वेदना और संवदेनशील वैचारिक शैली ने तेजी से प्रगति करते समाज और जीवन की हकीकत को कहानी रूप में परोसा है। एक कटु सत्य को धार देने के लिए कृष्ण कुमार जी बधाई के पात्र हैं.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-60493887765926726522009-03-04T13:06:00.000+05:302009-03-04T13:06:00.000+05:30‘‘शरीफ बदमाश ‘‘ कहानी में शब्दों की मारक क्षमता पा...‘‘शरीफ बदमाश ‘‘ कहानी में शब्दों की मारक क्षमता पाठकों के हृदय को झकझोर देने के लिए पर्याप्त है। अनेक स्तरों को समेट सकने वाले वाक्यों में गुणीभूत व्यंग्य की तीखी धार है। यह अद्भुत है और व्यक्त न होने वाली संवेदनाओं को यहाँ संभव बना गई है।Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-87491415406270088322009-03-04T13:05:00.000+05:302009-03-04T13:05:00.000+05:30प्रस्तुति का अंदाज प्रभावी और कहानीपन में जान है।प्रस्तुति का अंदाज प्रभावी और कहानीपन में जान है।Ram Shiv Murti Yadavhttps://www.blogger.com/profile/14132527541648964036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-55445910780951715802009-03-04T13:04:00.000+05:302009-03-04T13:04:00.000+05:30इस कहानी के माध्यम से कृष्ण कुमार जी ने जो सन्देश ...इस कहानी के माध्यम से कृष्ण कुमार जी ने जो सन्देश दिया हैं उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-88583558990619207652009-03-04T13:03:00.001+05:302009-03-04T13:03:00.001+05:30कृष्ण कुमार जी को शब्दकार पर पढ़कर अच्छा लगा.कृष्ण कुमार जी को शब्दकार पर पढ़कर अच्छा लगा.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-4652071698357851462009-03-04T13:03:00.000+05:302009-03-04T13:03:00.000+05:30शरीफ बदमाश के बहाने युवाओं के भटकाव और व्यवस्था पर...शरीफ बदमाश के बहाने युवाओं के भटकाव और व्यवस्था पर चोट करती एक मार्मिक कहानी.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-70458833025690600862009-03-04T13:02:00.000+05:302009-03-04T13:02:00.000+05:30समकालीन समय और समाज से जुड़ाव कहानीकार के लिए अनिवा...समकालीन समय और समाज से जुड़ाव कहानीकार के लिए अनिवार्य है, इस कहानी में कृष्ण कुमार जी ने वर्तमान समाज और परिवेश की परिस्थितियों को बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-55535135054614848732009-03-04T13:00:00.000+05:302009-03-04T13:00:00.000+05:30शब्दकार में के.के. जी की कहानी पहली बार पढ़ रहा हूँ...शब्दकार में के.के. जी की कहानी पहली बार पढ़ रहा हूँ. पहली नजर में ही प्रभावित करती है यह कहानी.Dr. Brajesh Swaroophttps://www.blogger.com/profile/17791749899067207963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-20905646221410794332009-03-04T12:55:00.000+05:302009-03-04T12:55:00.000+05:30बहुत खूब...एक लम्बे समय बाद इतनी जीवंत कहानी पढने ...बहुत खूब...एक लम्बे समय बाद इतनी जीवंत कहानी पढने को मिली. कृष्ण जी को साधुवाद.Bhanwar Singhhttps://www.blogger.com/profile/15075816337973720075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5251303885852162565.post-36533079291665158622009-03-04T12:53:00.000+05:302009-03-04T12:53:00.000+05:30बहुत सुन्दर कहानी. एक सच को उकेरती कहानी. के.के. ज...बहुत सुन्दर कहानी. एक सच को उकेरती कहानी. के.के. जी को बधाई.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.com