हार गयी   वर्ल्ड कप में   लंका ,बजा क्रिकेट में भारत  का डंका । 
मैच फायनल,   था क्या हाल ? अंतिम  क्षण तक  मन बेहाल । 
सबका रहा धड़कता दिल ,जबतक जीत  गयी नहीं मिल। 
सबने अच्छी क्रिकेट खेली ,सबकी अपनी-अपनी शैली । 
पलड़ा कभी, किसी का झुकता,हर दर्शक का  ह्रदय उछलता । 
जब हुए सहवाग,सचिन आउट ,लगा जीत में   अब है  डाउट । 
गौतम निकले अति गंभीर,भारत की अच्छी तक़दीर । 
था विराट का  सुखद प्रयास ,जिससे बधीं जीत की आस ।
फिर धोनी की सुन्दर पारी ,जिससे बिखरीं खुशिया सारी । 
किया बालरों ने भी कमाल ,फील्डिंग से रहे  विरोधी बेहाल । 
वर्ष  अठाईस का इंतजार ,ख़त्म किया कैप्टन ने छक्का मार। 
सर्वश्रेष्ठ  अपना युवराज ,हर भारतवासी को नाज । 
हुईं  ख़ुशी से आँखें नम ,आखिर जीते वर्ल्ड कप हम । 
रूप  कोई भी हो क्रिकेट का ,भारत अब है नंबर वन । 
 
 
3 टिप्पणियां:
हुईं ख़ुशी से आँखें नम ,आखिर जीते वर्ल्ड कप हम
bahut sundar prastuti .jeet ki aapko bhi badhai .
बधाई हो....
bahut sundar.. badhaai.
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