जनपद जालौन के मुख्यालय उरई में आज  दिनांक १३  सितम्बर को 'पहचान' साहित्यिक संस्था के द्वारा जनपद के  दिवंगत कवियों को को श्रद्धान्जलि स्वरूप एक काव्यमय श्राद्ध का आयोजन किया गया .कार्यक्रम  की अध्यक्षता श्री यज्ञदत्त त्रिपाठी ने तथा संचालन श्री विनोद गौतम ने किया। कार्यक्रम में स्व० काली कवि, आरण्यक जी , बुंदेला जी ,निस्पृह जी,संतोष दीक्षित जी ,आदर्श 'प्रहरी',राम मोहन शर्मा 'मोहन', डा० आनंद,मणीन्द्र जी ,रागी जी ,विकास  जी सहित सभी दिवंगत साहित्यकारों को याद किया गया । सुकवि रवि शंकर मिश्र ने 'प्रहरी' जी की निम्नांकित पंक्तियों से श्रद्धान्जलि व्यक्त की -
                                 गीत में जो दर्द गाते हैं,  उन्हें मेरा नमन है;
                                    दर्द में जो मुस्कुराते हैं , उन्हें मेरा नमन है;
                                       जो व्यथाओं में ,कथाओं की नई नित सृष्टि करते ,
                                         मान्यताओं   को बनाते हैं, उन्हें     मेरा नमन है। 
कार्यक्रम  में  सुकवि योगी जी ,रामस्वरूप जी ,गीतेश जी ,वीणा जी ,अनुरागी जी,रेनू जी,कृपालु जी सहित अनेक कवियों ने काव्य- पाठ किया।
 
 
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