02 दिसंबर 2009

राग-संवेदन के प्रकाशन के साथ पुस्तकालय प्रारम्भ


पिछले कुछ समय से शब्दकार का यह प्रयास चल रहा था कि देश के रचनाकारों की पुस्तकों का भी प्रकाशन समय-समय पर किया जाया करे। इस संदर्भ में कुछ साहित्यकारों से सम्पर्क भी किया गया। इस कड़ी में डा0 महेन्द्रभटनागर जी और डा0 वीरेन्द्र सिंह यादव ने पूरा सहयोग दिया।

पुस्तकों का प्रकाशन एक अलग ब्लाग पुस्तकालय पर समय-समय पर किया जायेगा। आज से इसका प्रकाशन किया जा रहा है। सबसे पहले डा0 महेन्द्रभटनागर जी के काव्य-संग्रह ‘‘राग-संवेदन’’ का प्रकाशन किया जा रहा है।

राग-संवेदन की कुछ कविताओं का प्रकाशन पहले भी शब्दकार पर हो चुका है। वहाँ इन कविताओं के प्रकाशन में किन्हीं कारणों से अनियमितता हो गई थी (डा0 महेन्द्रभटनागर जी इसके लिए क्षमा करेंगे।)


राग-संवेदन में कुल पचास कवितायें निम्न हैं ----


1 राग-संवेदन/1
2 ममत्व
3 यथार्थ
4 लमहा
5 निरन्तरता
6 नहीं
7 अपेक्षा
8 चिर-वंचित
9 जीवन्त
10 अतिचार
11 पूर्वाभास
12 अवधूत
13 सार-तत्त्व
14 निष्कर्ष
15 तुलना
16 अनुभूति
17 आह्लाद
18 आसक्ति
19 मंत्र-मुग्ध
20 हवा
21 जिजीविषु
22 राग-संवेदन/2
23 वरदान
24 स्मृति
25 बहाना
26 दूरवर्ती से
27 बोध
28 श्रेयस
29 संवेदना
30 दो ध्रुव
31 विपत्ति-ग्रस्त
32 विजयोत्सव
33 हैरानी
34 समता-स्वप्न
35 अपहर्ता
36 दृष्टि
37 परिवर्तन
38 युगान्तर
39 प्रार्थना
40 प्रबोध
41 सुखद
42 बदलो
43 बचाव
44 पहल
45 अद्भुत
46 स्वप्न
47 यथार्थता
48 खिलाड़ी
49 सिफ़त
50 बोध-प्राप्ति


अपेक्षा है कि आप सभी का सहयोग मिलेगा, पुस्तकीय सहयोग भी प्राप्त होगा। प्रयास यही रहेगा कि पुस्तकालय का प्रकाशन नियमित रूप से होता रहे।