05 मार्च 2010

<>जनमत: हिन्दी भारत की राष्ट्र भाषा है या राज भाषा?<>

जनमत: हिन्दी भारत की राष्ट्र भाषा है या राज भाषा?

सोचिये और अपना मत बताइए:
आप की सोच के अनुसार हिन्दी भारत की राष्ट्र भाषा है या राज भाषा?
क्या आम मानते हैं कि हिन्दी भविष्य की विश्व भाषा है?
क्या संस्कृत और हिन्दी के अलावा अन्य किसी भाषा में अक्षरों का उच्चारण ध्वनि विज्ञानं के नियमों के अनुसार किया जाता है?
अक्षर के उच्चारण और लिपि में लेखन में साम्य किन भाषाओँ में है?
अमेरिका के राष्ट्रपति अमेरिकियों को बार-बार हिन्दी सीखने के लिए क्यों प्रेरित कर रहे हैं?
अन्य सौरमंडलों में संभावित सभ्यताओं से संपर्क हेतु विश्व की समस्त भाषाओँ को परखे जाने पर संस्कृत और हिन्दी सर्वश्रेष्ठ पाई गयीं हैं तो भारत में इनके प्रति उदासीनता क्यों?
क्या भारत में अंग्रेजी के प्रति अंध-मोह का कारण उसका विदेशी शासन कर्ताओं से जुड़ा होना नहीं है?

Acharya Sanjiv सलिल / http://divyanarmada.blogspot.com

3 टिप्‍पणियां:

शरद कोकास ने कहा…

हिन्दी के प्रति आपका प्रेम सराहनीय है । इन सभी प्रश्नो के उत्तर आँकड़ों मे भी मिल जायेंगे और साबित भी कर दिया जायेगा लेकिन हिन्दी का विकास हमारे आपके जैसे वे लोग ही करेंगे जो हिन्दी से प्रेम करते हैं । भविष्य किसने देखा है ..और हिन्दी के भविष्य के बारे मे भी क्या कहा जा सकता है । मै तो इस बात से ही प्रसन्न हूँ कि आज मैं यहाँ हिन्दी में और देवनागरी में लिख पा रहा हूँ जो अभी अभी कुछ समय पहले तक मैं सोच भी नहीं सकता था ।

शब्दकार-डॉo कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा…

हिंदी तो वैज्ञानिक भाषा है पर हम हिन्दुस्तानी अब अवैज्ञानिक होते जारहे हैं.
आपका प्रयास सराहनीय है. हमें अपने अपने स्तर पर हिंदी के विकास के लिए काम करते रहना पड़ेगा.
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड, जय हिन्दी

Divya Narmada ने कहा…

आप दोनों का आभार.
हिन्दी तो जगवाणी बनेगी ही...इसमें हमारा योगदान होगा या नहीं? या कितना होगा? यही सोचना है. आज जो अंग्रेजी पढ़-पढ़ा रहे हैं उनके वंशज विदेशों से हिन्दी सीख कर बोलेंगे क्योको उन्हें भारत की जनभाषा से परहेज़ है, विदेशों की जूठन से नहीं. से नहीं.