पुटपर्थी के सत्य साई बाबा इस नश्वर संसार को त्याग कर परलोक सिधार गये । उन्हें शिर्डी के साईं बाबा का अवतार माना जाता था । उनका जीवन बड़ा रहस्यमय तथा विवादों से घिरा रहा । पर उनके चमत्कारों की गाथा सदैव ही बड़ी रोचक रही । देश विदेश में उनके भक्तों की एक बड़ी संख्या है जो उनके निधन के बाद अपने को निराश्रित महसूस कर रहे हैं । राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल , पूर्व राष्ट्रपति कलाम ,अटल बिहारी बाजपेयी , लालू जी, करूणानिधि ,किरण रेड्डी,सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर ,फिल्म एवं उद्योग जगत की अनेक हस्तियाँ सत्य साई बाबा की कृपापात्र रहीं हैं ।
सत्य साईं बाबा भारत के आध्यात्मिक जगत का एक लोकप्रिय स्तम्भ थे , उनके चमत्कारों व कार्यशैली पर कितना भी विवाद क्यों न रहा हो , उनकी स्वीकार्यता निरंतर बढ़ती ही रही । शिर्डी एवं पुटपर्थी साई भक्तों के तीर्थस्थल बन गये । शिर्डी में जहाँ भक्तों की श्रद्धा ने वहाँ के ट्रस्ट को करोडो का दान दे कर समृद्ध किया वहाँ सत्य साईं बाबा की सेवा में भक्तों ने तन-मन-धन से अपना योगदान दिया , पर श्ग्र्दी का स्थल जहाँ केवल धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा वहाँ सत्य साई बाबा ने समाज सेवा एवं मानव सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया , इसका उदाहरण उनके द्वारा स्वास्थ्य , शिक्षा एवं समाज सेवा की दृष्टि से संचालित अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाओं से है जिन्हें आज भी उत्कृष्टता की दृष्टि से मान्यता एवं सामाजिक स्वीकार्यता प्राप्त है । इस रूप में उनका योगदान किसी भी आध्यात्मिक हस्ती ,गुरु या बाबा की तुलना में महत्वपूर्ण हो जाता है। उनका निधन देश व समाज की कभी न पूरी होने वाली क्षति है । उनके पार्थिव शरीर को देख कर निम्नांकित उदगार अभिव्यक्त हो पड़े -
आँसू आये उन्हें देख कर, मन बोझिल हो आया ,
जिसने है कुछ किया, उसी ने सबका आदर पाया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें