27 नवंबर 2009

रामनिवास की गज़ल - वतन के नाम से जो है

गज़ल:-वतन के नाम से जो है
वतन के नाम से जो है वही सच्ची जवानी है
मोहब्बत है जुड़ी जिससे वही सच्ची कहानी है !!

वतन के नाम पर हँसकर कभी कुर्बान जो होती
वही असली जवानी है वही सच्ची जवानी है !!

जिसके काम से खुशबू सदा अर्पण की आती है
हमें उसकी ही खुशबू से सदा महफ़िल सजानी है!!

खाकर अन्न भारत का करे गुणगान दुश्मन का
वही तो देश द्रोही है उसे छोड़ना नादानी है!!
करता नाम जो रोशन सदा दीपक सा जल कर के
वही तन खूबसूरत है वही चेहरा नूरानी है !!

जो दूसरो के दुःख को भी दुःख अपना समझता है
वही सुलझा हुआ मानव वही ऋषियों सा ज्ञानी है !!

हमारा 'इंडिया' जीवन समर्पित मातृभूमि को
सदा इसके ही चरणों में हमें मस्तक झुकानी है!!

ग़ज़लकार -

राम निवास 'इंडिया'
गीतकार,नई दिल्ली

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